हजारीबाग समाहरणालय के सामने सरकारी जमीन पर अवैध कब्जा
तीन कट्ठा भूमि पर बना आलीशान मकान, प्रशासन बेखबर
हजारीबाग:-सरकारी भूमि पर अतिक्रमण की घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही हैं। ताजा मामला समाहरणालय के सामने सारले मौजा के कैशरहिन्द खाता प्लॉट से जुड़ा है, जहां करीब तीन कट्ठा जमीन पर अतिक्रमण कर पक्का आलीशान मकान खड़ा कर दिया गया है। इतना ही नहीं, ३० फुट चौड़ी सड़क भी कृषि लीज की सरकारी भूमि पर बना दी गई है।
शिकायत के बावजूद कार्रवाई नहीं
स्थानीय लोगों द्वारा पहले इसकी शिकायत तत्कालीन अंचलाधिकारी से की गई थी, जिससे कुछ समय के लिए निर्माण कार्य रुका भी। लेकिन वर्तमान में भू-माफियाओं ने पूरी जमीन पर कब्जा कर मकान और रास्ता दोनों बना लिए हैं, जिसकी पुस्टि तस्वीरों से होती है।
भू-माफियाओं का दुस्साहस
यह अतिक्रमण स्थल एनएच मनोकामना मार्बल के ठीक पीछे, और समाहरणालय हजारीबाग से सिर्फ कुछ कदम की दूरी पर स्थित है। आश्चर्य की बात यह है कि इसी इलाके में कई होटल और दुकानें भी सरकारी सड़क की जमीन पर बनाई गई हैं, लेकिन प्रशासन की ओर से अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई है।
प्रशासन की चुप्पी चिंता का विषय
समाहरणालय जैसे संवेदनशील क्षेत्र में अतिक्रमण प्रशासनिक लापरवाही का जीता-जागता उदाहरण है। समय-समय पर चलाए जाने वाले अतिक्रमण हटाओ अभियान के बावजूद, भू-माफिया रातोंरात निर्माण कर लेते हैं और प्रशासन मौन बना रहता है।
आशीष यादव की रिपोर्ट
Author: Ashish Yadav
खबर वही जो सबको रखे आगे