तरंगा छोटी मस्जिद में हुई खत्मे तरावीह, सैकड़ों लोग हुए शामिल
चान्हो :_प्रखण्ड स्थित मस्ज़िद-ए-फजर तरंगा में बुधवार को खत्मे तरावीह किया गया। ये तरावीह 26 दिनों तक चला, जिसमें सैकड़ों लोगों ने सभी दिन अकीदत के साथ तरावीह की नमाज अदा की। ज्ञात हो कि तरावीह की नमाज में पूरा कुरान ए पाक बिना देखे इमाम के द्वारा पढ़ाया जाता है। जिसके पीछे सभी लोग नमाज अदा करते हैं। तरावीह के यह नमाज सिर्फ रमजान के दिनों में पढ़ा या पढ़ाया जाता है। वहीं खत्मे तरावीह को लेकर सभी लोग मस्जिद-ए- फजर पहुंचे। ईशा नमाज के फौरन बाद l मौलाना मुजाहिद साहब के द्वारा तरावीह की नमाज अदा कराई गई। नमाज के फ़ौरन बाद सभी नमजियों को शिर्नी देकर मुंह मीठा किया गया। इस दौरान मौलाना मुजाहिद के द्वारा रमजान के पाक महीने में हमें क्या और कैसे करना चाहिए इसकी विस्तार पूर्वक जानकारी दिया गया। उन्होंने कहा कि रमजान पाक महीना है। इस महीने में अल्लाह नेकियों में इजाफा कर देता है। समी मुस्लिम धर्मावलंबी को चाहिए कि रमजान का एहतराम करते हुए रोजा का एहतमाम करें, खुब कुरान पाक की तिलावत करें।
सदका फितरा जकात बढ़ चढ़कर निकाले ये गरीब व मिसकीनो का हक है। जिसे निकालना निहायत ही जरूरी है।साथ ही उन्होंने आगे कहा कि ज़माने में लोगों ने कुरान को मिटानें की बहुत कोशिश की लेकिन कुरान कल भी नहीं मिटा आज भी वैसा ही है आने वाले कल में भी कुरान में ज़र्रा बराबर भी कुछ नहीं हो सकता। क्योकि कुरान अल्लाह की भेजी हुई किताब है और इसकी हिफाजत का जिम्मा खुद अल्लाह तबारक व ताआला ने लिया है।
मौलाना मुजाहिद साहब को तोहफे में दिए गए 45000 रूपए व अन्य सामग्री
यह शुरू से शिलशिला चला आ रहा है कि तरावीह पढ़ाने वाली हाफिज को तोहफा के तौर पर कुछ ना कुछ दिया जाए। यह कार्य तरावीह के अंतिम दिन किया जाता है। सोमवार को खत्मे तरावीह के दिन तरावीह पढा रहे जामा मस्जिद के सभी सदस्यों ने मौलाना मुजाहिद साहब को कमेटी व तरंगा के आवाम की ओर से तोहफा में 45000 रूपए व अन्य सामग्री दिए गए। जामा मस्जिद सदर जावेद खान, नेजाम खान सिक्रेट्री अयूब खान एलान मियां, असफल मियां नसीम मियां, तफेजुल मियां, अमान मियां मिनुतुल्लह मियां अन्य कमेटी के सदस्यों का नाम शामिल है। मौके पर सैकड़ों की संख्या में लोग मौजूद थे।
मौलाना अबुल सतार ने देश दुनिया में अमन-चैन के लिए कि गई दुवाएं।
अंत में मौलाना अबुल सतार साहब के द्वारा देश दुनिया में अमन-चैन क़ायम रहने को लेकर दुआएं की गई और सभी लोगों को भाईचारगी के साथ रहने को लेकर नसीहत किया गया। जिसमे बाद शिर्नी बांटी गई। वहीं अंत में सभी लोग इमाम व आपस में हाथ मिलाकर गले मिलकर एक दुसरे को रमजान का मुबारक बाद दिया।
Author: Ashish Yadav
खबर वही जो सबको रखे आगे