राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत भूगोल विभाग के विद्यार्थी ग्रामीण सर्वेक्षण के लिए हुए रवाना
हजारीबाग:-जी.एम. महाविद्यालय, हजारीबाग के भूगोल विभाग के सेमेस्टर 5 के विद्यार्थियों ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अंतर्गत नवीन पाठ्यक्रम के अनुसार भूमि उपयोग सर्वेक्षण हेतु इचाक एवं सदर प्रखंड के विभिन्न गांवों की ओर प्रस्थान किया।विद्यार्थी खुटरा, सिजवा, हुटपा, रूद, गदोखर, डुमरौन, कालाद्वार, दरिया, सिंदूर, रोला, अमृत नगर, दारू, सलगांव, चानो, खपरियावां, सिलवार, मंडाय खुर्द और सिंघानी जैसे गांवों में जाकर भूमि उपयोग की स्थिति का सर्वेक्षण करेंगे। वे अधिकतम व गुणवत्तापूर्ण भूमि उपयोग के लिए सुझाव तैयार कर एक विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत करेंगे।सर्वेक्षण के लिए विद्यार्थियों को चार-चार के समूहों में विभाजित किया गया है। इस कार्य का निर्देशन भूगोल विभाग के शिक्षक रेयाज अहमद एवं संजीत कुमार द्वारा किया जा रहा है।विद्यार्थियों को महाविद्यालय परिसर से हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया।
इस अवसर पर महाविद्यालय के सचिव श्री शंभू कुमार, प्राचार्य डॉ. विनय कुमार एवं अन्य शिक्षकगण उपस्थित रहे।प्राचार्य डॉ. विनय कुमार ने कहा, “भूगोल में प्रयोगात्मक अध्ययन और प्रत्यक्ष अवलोकन से विद्यार्थियों के ज्ञान व कौशल में गुणात्मक विकास होता है।”सचिव श्री शंभू कुमार ने ग्रामीण क्षेत्रों में सर्वेक्षण को अत्यंत उपयोगी बताया और कहा, “ऐसे प्रयासों से गांवों को आधुनिक तकनीकों से जोड़ने में मदद मिलेगी जिससे उनका समग्र विकास सुनिश्चित होगा।
”भूगोल विभागाध्यक्ष डॉ. दीपेंद्र कुमार ने कहा, “भूगोल एक प्रयोगात्मक विषय है, जिसका अध्ययन केवल पुस्तकों तक सीमित नहीं रह सकता। धरातलीय अनुभव से ही भूगोल की सच्ची समझ विकसित होती है। वर्तमान में भूगोल विषय रखने वाले विद्यार्थियों के लिए सर्वेक्षण, नगर नियोजन, मानचित्रण, शिक्षण एवं प्रशासनिक सेवाओं सहित अनेकों क्षेत्र में रोजगार की असीम संभावनाएं हैं।”
Author: Ashish Yadav
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