नशे के विरुद्ध मुहिम,उपायुक्त ने दी शपथ, जागरूकता रथों को दिखाई हरी झंडी
हजारीबाग:-राज्य सरकार द्वारा 10 जून से 26 जून 2025 तक चलाए जा रहे राज्यव्यापी निषिद्ध मादक पदार्थों के विरुद्ध जागरूकता अभियान की शुरुआत जिले में जागरूकता की शपथ और जागरूकता रथों की रवानगी के साथ हुई। समाहरणालय सभागार में आयोजित कार्यक्रम में उपायुक्त श्री शशि प्रकाश सिंह ने जिला के सभी पदाधिकारियों और कर्मियों को “नशामुक्त भारत” की शपथ दिलाई।
इसके पश्चात उपायुक्त ने समाहरणालय परिसर से तीन जागरूकता रथों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया, जो जिले के विभिन्न प्रखंडों में जाकर आम नागरिकों को नशे के दुष्प्रभावों के बारे में जागरूक करेंगे।
नशा शरीर ही नहीं, सपनों को भी मारता है – उपायुक्त
इस अवसर पर उपायुक्त ने कहा, “नशा न केवल शरीर को बल्कि व्यक्ति के सपनों और उसके भविष्य को भी नष्ट कर देता है।” उन्होंने बताया कि नशे के शिकार बच्चों और नागरिकों में मानसिक और शारीरिक लक्षण स्पष्ट रूप से देखे जा सकते हैं। जिला प्रशासन इस दिशा में सतत प्रयासरत है और इस मुहिम को जन-जन तक पहुंचाने की जिम्मेदारी सभी नागरिकों की है।उपायुक्त ने वेबिनार के माध्यम से जिले के सभी वरीय पदाधिकारियों को अपने स्तर से ठोस कदम उठाने के निर्देश भी दिए हैं, जिससे यह अभियान केवल सरकारी कार्यक्रम न रहकर, जन-आंदोलन का रूप ले।
उपायुक्त का नागरिकों के नाम संदेश: “नशा मुक्ति हम सभी की जिम्मेदारी”
उपायुक्त श्री शशि प्रकाश सिंह ने जिलेवासियों के नाम विशेष संदेश में कहा नशा एक ऐसी बुराई है जो न केवल व्यक्ति को शारीरिक और मानसिक रूप से खोखला कर देती है, बल्कि यह परिवार और समाज को भी अंदर से तोड़ देती है। नशा मुक्ति केवल एक सरकारी अभियान नहीं है, बल्कि यह हम सभी की सामूहिक जिम्मेदारी है।उन्होंने नागरिकों से अपील की कि वे अपने बच्चों को नशे के दुष्प्रभावों से अवगत कराएं, और यदि कोई नशे की गिरफ्त में है तो उसे सहयोग और मार्गदर्शन प्रदान करें।युवा शक्ति हमारे देश का भविष्य है। उन्हें नशे से दूर रखना हमारी प्राथमिकता होनी चाहिए। अगर हम एकजुट हों, तो हजारीबाग को नशामुक्त और स्वस्थ समाज के रूप में स्थापित करना बिल्कुल संभव है।
Author: Ashish Yadav
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