राष्ट्रीय समाचार ब्यूरो आशीष यादव
हजारीबाग के मिशन ग्राउंड पर विवाद, विधायक ने सरकार से मांगा ठोस समाधान
हजारीबाग:-सदर विधायक प्रदीप प्रसाद ने विधानसभा सत्र के दौरान मिशन ग्राउंड की भूमि को लेकर सरकार के जवाब पर असंतोष जताया। उन्होंने कहा कि सरकार का जवाब अस्पष्ट और भ्रामक है, जबकि यह मैदान हजारीबाग के ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और सामाजिक महत्व का स्थल है।
विधायक ने सरकार से स्पष्टीकरण मांगा
विधायक प्रदीप प्रसाद ने विधानसभा अध्यक्ष के समक्ष कहा कि सरकार ने मिशन ग्राउंड को “खास महाल” की भूमि बताया है। यदि यह सच है, तो सरकार इसे अतिक्रमण मुक्त क्यों नहीं कर पा रही है? उन्होंने पूछा कि सरकार ने मैदान की सफाई, सौंदर्यीकरण और पुनर्विकास के लिए ठोस कदम क्यों नहीं उठाए..?
अतिक्रमण और कानूनी विवाद
इस मुद्दे पर संबंधित मंत्री ने बताया कि मामला न्यायालय में विचाराधीन है और अगली सुनवाई 28 मार्च को है। न्यायालय के निर्णय के बाद ही अतिक्रमण पर कार्रवाई होगी। हालांकि, विधायक प्रदीप प्रसाद ने कहा कि यदि यह लीज भूमि है, तो अतिक्रमण की वास्तविक स्थिति स्पष्ट होनी चाहिए। उन्होंने पूछा कि अन्य भूमि पर जमाबंदी हो सकती है, तो मिशन ग्राउंड पर क्यों नहीं..?
उच्च स्तरीय जांच की मांग
विधायक ने सरकार से निम्नलिखित कदम उठाने की मांग की:
- एक उच्च स्तरीय कमेटी बनाकर भूमि विवाद की निष्पक्ष जांच कराई जाए।
- भूमि का सत्यापन कर अतिक्रमण की स्थिति स्पष्ट की जाए।
- अतिक्रमण हटाने के लिए त्वरित कार्रवाई हो और जिम्मेदार अधिकारियों की जांच हो।
- मिशन ग्राउंड को आधुनिक सार्वजनिक स्थल के रूप में विकसित किया जाए।
विधायक प्रदीप प्रसाद ने कहा कि मिशन ग्राउंड हजारीबाग की पहचान और गौरव का प्रतीक है, और सरकार को इस पर तत्काल कार्रवाई करनी चाहिए।
Author: Ashish Yadav
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