दिनदहाड़े बालू-गिट्टी की अवैध ढुलाई, प्रशासन मौन!
मांडर/भरनो/खूंटी (झारखंड):-राज्य में अवैध खनन माफिया एक बार फिर सक्रिय हो गए हैं। मांडर, भरनो और खूंटी प्रखंड क्षेत्र में बालू व गिट्टी की अवैध तस्करी खुलेआम की जा रही है, और वह भी दिन के उजाले में।प्रशासन की नाक के नीचे हो रहे इस अवैध कारोबार ने सरकार की सख्ती और कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
प्रशासनिक कार्रवाई सिर्फ दिखावा..?
हालांकि, कुछ मौकों पर प्रशासन ने छिटपुट कार्रवाई की है, लेकिन यह ना के बराबर साबित हुई है। गोड्डा जिले में तो स्थिति और भी गंभीर है, जहां सरकार के आदेश और एनजीटी की रोक के बावजूद अवैध बालू खनन धड़ल्ले से जारी है।
नदी घाटों पर मंडरा रहा संकट
भरनो और खूंटी जैसे क्षेत्रों में नदी घाटों से बड़े पैमाने पर बालू उठाव जारी है। नदियों का पारिस्थितिक संतुलन खतरे में है, लेकिन प्रशासन की चुप्पी और निष्क्रियता माफियाओं के हौसले और भी बुलंद कर रही है।
कौन है जिम्मेदार.?
स्थानीय लोगों का आरोप है कि इस अवैध कारोबार में प्रशासन की मिलीभगत भी शामिल है। कुछ स्थानों पर तो प्रशासनिक अधिकारियों की भूमिका को लेकर सवाल खड़े किए जा रहे हैं।अब देखना यह होगा कि राज्य सरकार और प्रशासन इन माफियाओं के खिलाफ कोई ठोस और निर्णायक कार्रवाई करता है या फिर स्थिति यूं ही बनी रहेगी।
Author: Ashish Yadav
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