टंडवा (चतरा)आम्रपाली कोल परियोजना में नए ठेकेदार की एंट्री, पुराने लाइजनरों पर गंभीर आरोप – विस्थापित भू-रैयत ने जताई आपत्ति
टंडवा (चतरा):-आम्रपाली कोल परियोजना में इन दिनों एक बार फिर विवादों की गर्मी तेज हो गई है। कैलिबर माइनिंग एंड लॉजिस्टिक्स लिमिटेड को कोयला उत्खनन का ठेका मिलने के बाद, पूर्व में कोल ट्रांसपोर्टिंग में सक्रिय रही बीएलए ज्वाइंट वेंचर कंपनी के लाइजनरों की भूमिका को लेकर सवाल खड़े किए जा रहे हैं।सूत्रों के मुताबिक, बीएलए ज्वाइंट वेंचर कंपनी के लाइजनर अब नए ठेकेदार कैलिबर माइनिंग के मैनेजमेंट कार्य में सक्रिय हो गए हैं। टी.के. राव नामक व्यक्ति पर आरोप है कि वह ग्रामीणों को भ्रमित कर मीटिंग कर रहा है और स्थानीय विस्थापितों को दरकिनार कर रहा है।
विस्थापित भू-रैयत नेता राजेंद्र ने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि पूर्व में उक्त लाइजनर द्वारा कोल ट्रांसपोर्टिंग के दौरान कई बार उग्रवादी तत्वों से मिलकर भय का माहौल बनाया गया था। उन्होंने यह भी दावा किया कि यदि इन लाइजनरों के मोबाइल नंबरों की जांच की जाए, तो उग्रवादियों से संबंधों के प्रमाण मिल सकते हैं। उन्होंने उच्च स्तरीय जांच की मांग की है।
कोयला ट्रांसपोर्टिंग में गड़बड़ी के आरोप
राजेंद्र के अनुसार, बीएलए कंपनी द्वारा शिवपुर साइडिंग तक कोयला ट्रांसपोर्टिंग के दौरान बिना वैध डीएमओ दस्तावेज के सिर्फ कांटा कर ओवरलोडिंग कर ट्रांसपोर्टिंग की जाती थी। सीसीएल व कंपनी के कुछ कर्मियों ने भी फोन पर यह स्वीकार किया है, जिसके रिकॉर्ड भी मौजूद हैं।जानकारों का कहना है कि कम रेट पर टेंडर लेकर बाद में ओवरलोडिंग के जरिए कोयला हेराफेरी कर मोटी कमाई की जा रही थी। यदि इस पूरे मामले की उच्च स्तरीय जांच की जाए तो यह “मनी लॉन्ड्रिंग” की तर्ज पर बड़ा खुलासा हो सकता है।
प्रशासनिक चुप्पी पर सवाल
जिले के डीटीओ की चुप्पी पर भी सवाल उठ रहे हैं। जानकारों का दावा है कि वर्तमान में भी जॉइंट वेंचर द्वारा ओवरलोडिंग की कोल ट्रांसपोर्टिंग बदस्तूर जारी है और सब कुछ मैनेजिंग के जरिए हो रहा है।
Author: Ashish Yadav
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