एनटीपीसी कोल परियोजना में बड़ा खुलासा,नियमों को ताक पर रखकर हुई एमडीओ की नियुक्ति, हाईकोर्ट नोटिस के बाद CAG ने कसा शिकंजा
हजारीबाग डेस्कः-एनटीपीसी की पंकरी-बरवाडीह कोल परियोजना से जुड़ा एक बड़ा प्रशासनिक और वित्तीय घोटाला सामने आया है। नियमों को दरकिनार कर एमडीओ (माइन डेवलपर एंड ऑपरेटर) की नियुक्ति की गई और पूर्व एमडीओ को ढाई सौ करोड़ रुपये का हर्जाना भी दिया गया। इस पूरे प्रकरण में अब भारत के नियंत्रक और महालेखा परीक्षक (CAG) ने जांच शुरू कर दी है।
हाईकोर्ट के नोटिस के बाद हरकत में आया ऑडिट विभाग
यह खुलासा तब हुआ जब झारखंड हाईकोर्ट में मंटु सोनी की ओर से अधिवक्ता नवीन कुमार सिंह ने याचिका दाखिल कर कई गंभीर सवाल उठाए। इसमें न केवल एमडीओ की नियुक्ति प्रक्रिया पर सवाल खड़े किए गए, बल्कि परियोजना से जुड़े सीएसआर फंड के सैकड़ों करोड़ रुपये के वर्षों से लंबित ऑडिट की ओर भी ध्यान आकर्षित कराया गया।याचिका की सुनवाई के बाद हाईकोर्ट के नोटिस पर CAG ने गंभीरता से संज्ञान लिया और कोलकाता स्थित शाखा को तत्काल ऑडिट रिपोर्ट तैयार कर भेजने का निर्देश दिया गया है।
क्या हैं मुख्य आरोप
- कोयला मंत्रालय के स्पष्ट दिशा-निर्देशों के खिलाफ एमडीओ की नियुक्ति
- पूर्व एमडीओ को 250 करोड़ रुपए का कथित हर्जाना भुगतान
- CSR फंड के सैकड़ों करोड़ का ऑडिट वर्षों से लंबित
- परियोजना संचालन में पारदर्शिता और जवाबदेही की कमी
CAG की रिपोर्ट आने के बाद इस मामले में कई अधिकारियों और निजी कंपनियों की जवाबदेही तय की जा सकती है। साथ ही इस पूरे प्रकरण को लेकर झारखंड हाईकोर्ट में सुनवाई का अगला चरण अहम माना जा रहा है।
Author: Ashish Yadav
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